आज हम बात करेंगे अपने देश और समाज में फैले एक और बुराई के बारेमे जिसका नाम है मादक द्रव्य व्यसान की यानि की उन नसिली दवाइयो और पदार्थो के सेवन के बारे में बात करेंगे जिसको खाकर कई व्यक्ति स्वर्ग सिधार गए और कई व्यक्ति इसके सेवन से अनेक अनेक प्रकार की बीमारी से जूझ रहे है।आज हम जानेंगे के सेवन करने से व्यक्ति किस प्रकार उसके कुप्रभाव से प्रभावित होता है।आज मै अपने इस आर्टिकल के माध्यम से लोगो को ये बताने का प्रयास कर राहा हूँ किस प्रकार मादक द्रव्यों क प्रोयोग हमारी जिंदगी को धीरे धीरे बर्बाद और खत्म कर देती है तथा हमारे वजूद को किस तरह मिटा के रख देती है आइये जानते है।
मादक द्रव्यों व्यसान का अर्थ:-मादक व्यसान का अर्थ उन नसिली दवाइयो और पदार्थो से होता है जिसका सेवन करने के पश्चात एक व्यक्ति कुछ समय के लिए उत्तेजना,शक्ति,तथा प्रसन्ता का अनुभव करने लगता है,लेकिन यहाँ पर यह ध्यान देने वाली बात है की एक बार जो व्यक्ति इन नसिली दवाइयो और पदार्थो का सेवन कर लेता फिर वह धीरे धीरे इन नसिली पदार्थो का सेवन करने का अदि हो जाता है और एक दिन ऐसा आता है की एक व्यक्ति इस पर इतना निर्भर हो जाता है की इसका सेवन किये बीना अपने आप को अपदस्थ कमजोर और शक्तिहीन समझने लगता है इसी दासा को हम मादक द्रव्य व्यसान कहते है।
वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन की एक रिपोर्ट में मादक द्रव्य व्यसान के अर्थ को स्पस्ट करते हुए कहा गया है-मादक द्रव्य व्यसान कम या अधिक मात्रा मे उन्माद की वह दासा है जो की किसी नसिली पदार्थो के निरंतर सेवन से उत्पन्न होती है तथा व्यक्ति और समाज दोनों के जीवन को विघटित करती है।
मादक द्रव्य व्यसान करने के कुछ प्रमुख कारन है-मादक द्रव्यों का सेवन एक व्यक्ति कुछ प्रमुख स्तिहतियो और परिस्थितियों में करते देखा गया है जैसे की व्यक्ति जब बहुत ज्यादा दुखी होता है बहुत ज्यादा खुस होता है बहुत ज्यादा परेशान रहता है किसी से लड़ाई झगड़ा के स्थिति में एक व्यक्ति को मादक द्रव्यों का प्रयोग करते देखा गया है।तो आइये चलते है मादक द्रव्यों का सेवन करने के कुछ प्रमुख कारणों को देखते है।
शारीरिक करण:-एक व्यक्ति मादक द्रव्यों का सेवन शारीरिक कस्तो से रहत पाने के लिए,थकान मिटाने के लिए,काम के बोझ को हल्का रखने के लिए,सर्दी से बचने के लिए,लंबे समय तक काम के लिए,नयी स्फूर्ति और ताकत पाने के लिए करता है।
मानसिक करण:-मादक द्रव्य व्यसान करने के कुछ मानशिक कारन भी है आइये जानते है वह क्या कारन है?चिन्ता,फ़िक्र,तनाव,मानसिक उद्गिन्त,तिरस्कार,कलह,माता-पिता प्रेमिका से उपेक्षा,जुए में बाजी हारना,दुकान का दिवाला आदि होनेपर एक व्यक्ति मादक द्रव्यों का सहारा लेता है।
सामाजिक करण:-अनेक जातियो और जनजातियो में युगों युगों से एक ऐसी रीत चाली आ रही है जिसमे मादक द्रव्यों का सेवन करने की एक परंपरा सी बन गयी है।ऐसे रीत और परंपरा इस समाज में मादक द्रव्यों के सेवन पर दिन प्रतिदिन बढ़ावा दे रहे है।
आर्थिक करण:-मादक द्रव्यों का प्रयोग आर्थिक सम्पन्ता और विप्पनता दोनों स्तिथितियो में देखने को मिलता है एक और जहा आर्थिक स्थिति से मजबूत और उच्च परिस्थिति वाले लोगो के लिए मादक द्रव्य व्यसान का सेवन वैभव और खुसी का प्रतीक है तो वही दूसरी और आर्थिक स्थिति से कमजोर लोग अपने दुखो को भुलाने के लिए मादक द्रव्यों का सेवन करते है।
मादक द्रव्यों का सेवन करने का जानलेवा दुष्परिणाम:-
शारीरिक शक्ति का पतन:-प्रायः यह देखा गया है की हर प्रकार के मादक द्रव्यों में विष पाया जाता है जो मादक द्रव्यों का सेवन करने वाले लोगो के जीवन शक्ति का ह्रास करता है तथा उन्हें अनेक प्रकार की बीमारियो से ग्रसित कर देता है जैसे कैंसर,अनिद्रा,सिरदर्द,ह्रदय रोग,किडनी रोग,लीवर रोग,पेट रोग और अनेक प्रकार की बीमारियो होकर के इनके जीवन को समाप्त कर देता है।
मानशिक शक्ति का ह्रास:-मानसिक शक्तियो के छिड़ होने पर व्यक्ति का मानसिक संतुलन समाप्त हो जाता है उसकी चेतन शक्ति समाप्त हो जाती है और कार्यकरने शक्ति भी चली जाती है।
आर्थिक हानि:-मादक द्रव्यों का सेवन करने से व्यक्ति पर अर्थीक संकट भी आ जाता है एक मादक द्रव्यों का सेवन करने वाला व्यक्ति अपने खाने पिने की लत के कारन घर से चोरी करता है,घर के सामान बेचते देखा गया है जिससे उसपर आर्थिक संकट आने लगते है।
पारिवारिक असंतोष और कलह:-मादक द्रव्यों का सेवन से शारीरिक,मानसिक,आर्थिक हानि तो होती है।परिवार के सदस्यों में कई प्रक़र के असंतोष उत्पन्न हो जाता है जो धीरेL धीरे पारिवारिक कलह का रूप ले लेता है।
मादक द्रव्यों के सेवन से व्यक्ति अपराधी भी बन जाता है:-जब एक व्यक्ति मादक द्रव्यों का सेवन कर लेता है तो वह अपना होस् और हवास खो बैठ था है ऐसी स्थिति में एक मादाक द्रव्यों का सेवन करने वाला व्यक्ति कुछ ऐसे गलत काम कर बैठता है जिससे वह अपराधी बन जाता है।
मादक द्रव्य व्यसान करने की समस्या को दूर करने के कुछ प्रमुख सुझाव है जो यह है:-
नाश निषेद निति लागु किया जाये।
मादक द्रव्यों के दुष्परिणाम के बारे में लोगो को जागरूक किया जाये।
नसिली पदार्थो के स्मगलिंग और तस्करी रोकने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समझौते किये जाये।
सराब विक्रय लाइसेंस को प्रतिबंधित किया जाये।
सराब बीड़ी सिगरेट तामबकु गुटखा आदि पर बैन लगाया जाये तथा बेचने वालो को कड़ी से कड़ी सजा दी जाये।
आज मादक द्रव्यों के सेवन से कितने लोग अपनी जान गवा रहे है फिर भी हमारे देश के लोगो की आखो पर बंधी पट्टी नहीं खुल रही है।मै आप सब देस्वशियो से यह निवेदन करता हूँ विनती करता हूँ आप लोग से प्राथना करता हूँ की प्लीज आप लोग मादक द्रव्यों क
सेवन छोड़कर अपनी ज़िन्दगी हँसी खुसी से बिताइये ये ज़िन्दगी मिली है जग में रहकर नाम करने के लिए ना की बुरे काम करने के लिए।
Published by ashwani chaudhari
मादक द्रव्यों व्यसान का अर्थ:-मादक व्यसान का अर्थ उन नसिली दवाइयो और पदार्थो से होता है जिसका सेवन करने के पश्चात एक व्यक्ति कुछ समय के लिए उत्तेजना,शक्ति,तथा प्रसन्ता का अनुभव करने लगता है,लेकिन यहाँ पर यह ध्यान देने वाली बात है की एक बार जो व्यक्ति इन नसिली दवाइयो और पदार्थो का सेवन कर लेता फिर वह धीरे धीरे इन नसिली पदार्थो का सेवन करने का अदि हो जाता है और एक दिन ऐसा आता है की एक व्यक्ति इस पर इतना निर्भर हो जाता है की इसका सेवन किये बीना अपने आप को अपदस्थ कमजोर और शक्तिहीन समझने लगता है इसी दासा को हम मादक द्रव्य व्यसान कहते है।
वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन की एक रिपोर्ट में मादक द्रव्य व्यसान के अर्थ को स्पस्ट करते हुए कहा गया है-मादक द्रव्य व्यसान कम या अधिक मात्रा मे उन्माद की वह दासा है जो की किसी नसिली पदार्थो के निरंतर सेवन से उत्पन्न होती है तथा व्यक्ति और समाज दोनों के जीवन को विघटित करती है।
मादक द्रव्य व्यसान करने के कुछ प्रमुख कारन है-मादक द्रव्यों का सेवन एक व्यक्ति कुछ प्रमुख स्तिहतियो और परिस्थितियों में करते देखा गया है जैसे की व्यक्ति जब बहुत ज्यादा दुखी होता है बहुत ज्यादा खुस होता है बहुत ज्यादा परेशान रहता है किसी से लड़ाई झगड़ा के स्थिति में एक व्यक्ति को मादक द्रव्यों का प्रयोग करते देखा गया है।तो आइये चलते है मादक द्रव्यों का सेवन करने के कुछ प्रमुख कारणों को देखते है।
शारीरिक करण:-एक व्यक्ति मादक द्रव्यों का सेवन शारीरिक कस्तो से रहत पाने के लिए,थकान मिटाने के लिए,काम के बोझ को हल्का रखने के लिए,सर्दी से बचने के लिए,लंबे समय तक काम के लिए,नयी स्फूर्ति और ताकत पाने के लिए करता है।
मानसिक करण:-मादक द्रव्य व्यसान करने के कुछ मानशिक कारन भी है आइये जानते है वह क्या कारन है?चिन्ता,फ़िक्र,तनाव,मानसिक उद्गिन्त,तिरस्कार,कलह,माता-पिता प्रेमिका से उपेक्षा,जुए में बाजी हारना,दुकान का दिवाला आदि होनेपर एक व्यक्ति मादक द्रव्यों का सहारा लेता है।
सामाजिक करण:-अनेक जातियो और जनजातियो में युगों युगों से एक ऐसी रीत चाली आ रही है जिसमे मादक द्रव्यों का सेवन करने की एक परंपरा सी बन गयी है।ऐसे रीत और परंपरा इस समाज में मादक द्रव्यों के सेवन पर दिन प्रतिदिन बढ़ावा दे रहे है।
आर्थिक करण:-मादक द्रव्यों का प्रयोग आर्थिक सम्पन्ता और विप्पनता दोनों स्तिथितियो में देखने को मिलता है एक और जहा आर्थिक स्थिति से मजबूत और उच्च परिस्थिति वाले लोगो के लिए मादक द्रव्य व्यसान का सेवन वैभव और खुसी का प्रतीक है तो वही दूसरी और आर्थिक स्थिति से कमजोर लोग अपने दुखो को भुलाने के लिए मादक द्रव्यों का सेवन करते है।
मादक द्रव्यों का सेवन करने का जानलेवा दुष्परिणाम:-
शारीरिक शक्ति का पतन:-प्रायः यह देखा गया है की हर प्रकार के मादक द्रव्यों में विष पाया जाता है जो मादक द्रव्यों का सेवन करने वाले लोगो के जीवन शक्ति का ह्रास करता है तथा उन्हें अनेक प्रकार की बीमारियो से ग्रसित कर देता है जैसे कैंसर,अनिद्रा,सिरदर्द,ह्रदय रोग,किडनी रोग,लीवर रोग,पेट रोग और अनेक प्रकार की बीमारियो होकर के इनके जीवन को समाप्त कर देता है।
मानशिक शक्ति का ह्रास:-मानसिक शक्तियो के छिड़ होने पर व्यक्ति का मानसिक संतुलन समाप्त हो जाता है उसकी चेतन शक्ति समाप्त हो जाती है और कार्यकरने शक्ति भी चली जाती है।
आर्थिक हानि:-मादक द्रव्यों का सेवन करने से व्यक्ति पर अर्थीक संकट भी आ जाता है एक मादक द्रव्यों का सेवन करने वाला व्यक्ति अपने खाने पिने की लत के कारन घर से चोरी करता है,घर के सामान बेचते देखा गया है जिससे उसपर आर्थिक संकट आने लगते है।
पारिवारिक असंतोष और कलह:-मादक द्रव्यों का सेवन से शारीरिक,मानसिक,आर्थिक हानि तो होती है।परिवार के सदस्यों में कई प्रक़र के असंतोष उत्पन्न हो जाता है जो धीरेL धीरे पारिवारिक कलह का रूप ले लेता है।
मादक द्रव्यों के सेवन से व्यक्ति अपराधी भी बन जाता है:-जब एक व्यक्ति मादक द्रव्यों का सेवन कर लेता है तो वह अपना होस् और हवास खो बैठ था है ऐसी स्थिति में एक मादाक द्रव्यों का सेवन करने वाला व्यक्ति कुछ ऐसे गलत काम कर बैठता है जिससे वह अपराधी बन जाता है।
मादक द्रव्य व्यसान करने की समस्या को दूर करने के कुछ प्रमुख सुझाव है जो यह है:-
नाश निषेद निति लागु किया जाये।
मादक द्रव्यों के दुष्परिणाम के बारे में लोगो को जागरूक किया जाये।
नसिली पदार्थो के स्मगलिंग और तस्करी रोकने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समझौते किये जाये।
सराब विक्रय लाइसेंस को प्रतिबंधित किया जाये।
सराब बीड़ी सिगरेट तामबकु गुटखा आदि पर बैन लगाया जाये तथा बेचने वालो को कड़ी से कड़ी सजा दी जाये।
आज मादक द्रव्यों के सेवन से कितने लोग अपनी जान गवा रहे है फिर भी हमारे देश के लोगो की आखो पर बंधी पट्टी नहीं खुल रही है।मै आप सब देस्वशियो से यह निवेदन करता हूँ विनती करता हूँ आप लोग से प्राथना करता हूँ की प्लीज आप लोग मादक द्रव्यों क
सेवन छोड़कर अपनी ज़िन्दगी हँसी खुसी से बिताइये ये ज़िन्दगी मिली है जग में रहकर नाम करने के लिए ना की बुरे काम करने के लिए।
Published by ashwani chaudhari
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